Bakarwadi एक लोकप्रिय नाश्ता है जो भारत के पश्चिमी क्षेत्रों, विशेषकर महाराष्ट्र और गुजरात से आता है। यह कुरकुरा, मसालेदार और चटपटा नाश्ता चाय के समय के लिए या हल्के भोजन के रूप में बहुत पसंद किया जाता है। इस लेख में, हम आपको घर पर स्वादिष्ट बाकरवड़ी बनाने की प्रक्रिया के बारे में चरण-दर-चरण बताएंगे।
बाकरवड़ी का इतिहास।
Bakarwadi का इतिहास भारतीय व्यंजनों में गहरा है। यह महाराष्ट्र और गुजरात में विशेष रूप से लोकप्रिय है। इसे पहली बार पुणे की प्रसिद्ध दुकान "चितले बंधु मिठाईवाले" ने लोकप्रिय बनाया, और तब से यह एक पसंदीदा नाश्ता बन गया है।सामग्री।
- आटे के लिएमैदा:- 2 कप
- बेसन:- 1/2 कप
- हल्दी पाउडर:- 1/4 चम्मच
- नमक:- 1/2 चम्मच
- तेल:- 3 बड़े चम्मच (आटे के लिए)
- भरावन के लिएकद्दूकस किया हुआ नारियल: 1/2 कप
- तिल:- 2 बड़े चम्मच
- खसखस:- 2 बड़े चम्मच
- धनिया पाउडर:- 1 बड़ा चम्मच
- जीरा पाउडर:- 1 चम्मच
- सौंफ के बीज:- 1 चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर:- 1 चम्मच
- गरम मसाला:- 1/2 चम्मच
- चीनी:- 1 बड़ा चम्मच
- इमली का गूदा:- 2 बड़े चम्मच
- नमक:- स्वादानुसार
- तेल:- 1 बड़ा चम्मच (भरावन के लिए)
- तलने के लिए तेल:- गहरी तलने के लिए
विधि।
चरण 1
आटा तैयार करें:-
- एक बड़े बर्तन में मैदा, बेसन, हल्दी पाउडर, और नमक मिलाएं।
- इसमें 3 बड़े चम्मच तेल डालें और इसे अच्छे से मिलाएं।
- थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए आटा गूंथ लें। आटा न ज्यादा सख्त होना चाहिए न ज्यादा नरम। इसे 15-20 मिनट के लिए ढककर रख दें।
चरण 2
भरावन तैयार करें:-
- एक पैन में 1 बड़ा चम्मच तेल गर्म करें और उसमें तिल, खसखस, सौंफ के बीज, और कद्दूकस किया हुआ नारियल डालें।
- इन्हें हल्का सुनहरा होने तक भूनें। फिर इसमें धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला, और नमक डालें।
- अब इसमें चीनी और इमली का गूदा डालें और अच्छी तरह मिलाएं। मिश्रण को ठंडा होने दें।
चरण 3
बाकरवड़ी बनाएं:-
- गूंथे हुए आटे को छोटी-छोटी लोइयों में बांट लें।
- एक लोई लेकर पतला बेल लें। इस पर तैयार भरावन की परत लगाएं।
- धीरे-धीरे बेलते हुए एक टाइट रोल बना लें। रोल को 1-1.5 इंच के टुकड़ों में काट लें।
- कटे हुए टुकड़ों को हल्का सा दबाकर bakarwadi का आकार दें।
चरण 4
बाकरवड़ी तलें:-
- एक कढ़ाई में तेल गर्म करें।
- गर्म तेल में बाकरवड़ी के टुकड़ों को धीमी आंच पर सुनहरा और कुरकुरा होने तक तलें।
- तली हुई बाकरवड़ी को किचन पेपर पर निकाल लें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए।
बाकरवड़ी स्टोर करने के टिप्स।
बाकरवड़ी को सही ढंग से स्टोर करने से इसका स्वाद और कुरकुरापन बना रहता है। यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं।- ठंडा होने दें:- तली हुई बाकरवड़ी को पूरी तरह ठंडा होने दें। गर्म बाकरवड़ी को स्टोर करने से यह नरम हो सकती है और अपना कुरकुरापन खो सकती है।
- एयरटाइट कंटेनर:- बाकरवड़ी को एक एयरटाइट कंटेनर में रखें। यह नमी को अंदर आने से रोकेगा और बाकरवड़ी को लंबे समय तक ताजा रखेगा।
- सूखी जगह:- कंटेनर को किसी सूखी और ठंडी जगह पर रखें। नमी वाली जगह पर रखने से बाकरवड़ी नरम हो सकती है।
बाकरवड़ी के विभिन्न संस्करण।
bakarwadi एक बहुमुखी नाश्ता है, जिसे विभिन्न सामग्रियों और स्वादों के साथ तैयार किया जा सकता है। यहाँ कुछ रोचक संस्करण दिए गए हैं।- मेथी बाकरवड़ी:- भरावन में सूखी मेथी की पत्तियां मिलाकर बनाएं। यह इसे एक अनोखा और हल्का कड़वा स्वाद देगा।
- पनीर बाकरवड़ी:- भरावन में कद्दूकस किया हुआ पनीर मिलाएं। यह इसे एक मलाईदार और स्वादिष्ट ट्विस्ट देगा।
- नट्स बाकरवड़ी:- भरावन में काजू, बादाम और पिस्ता जैसे नट्स मिलाएं। यह इसे एक कुरकुरा और पौष्टिक स्पर्श देगा।
बाकरवड़ी के स्वास्थ्य लाभ।
बाकरवड़ी न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि इसमें कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं, विशेषकर जब इसे सही सामग्री और विधि से तैयार किया जाए। यहाँ कुछ लाभ दिए गए हैं।- प्रोटीन का स्रोत:- बेसन और नट्स के कारण बाकरवड़ी में उच्च प्रोटीन सामग्री होती है।
- फाइबर से भरपूर:- इसमें तिल, खसखस, और नारियल होते हैं जो इसे फाइबर से भरपूर बनाते हैं।
- एंटीऑक्सीडेंट:- इमली और नारियल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।
बाकरवड़ी को परोसने के तरीके।
bakarwadi को विभिन्न तरीकों से परोसा जा सकता है, जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं।- चटनी के साथ:- बाकरवड़ी को हरी चटनी या इमली की चटनी के साथ परोसें।
- चाय के साथ:- यह चाय के साथ एक परफेक्ट नाश्ता है।
- मिक्स्ड स्नैक्स:- बाकरवड़ी को अन्य नमकीन स्नैक्स जैसे चिवड़ा या सेव के साथ मिलाकर परोसें।
पोषण जानकारी।
जब बाकरवड़ी स्वस्थ सामग्री के साथ बनाई जाती है और सही तरीके से तली जाती है, तो यह एक अपेक्षाकृत पौष्टिक नाश्ता हो सकता है। यहाँ 100 ग्राम बाकरवड़ी के लिए लगभग पोषण संबंधी जानकारी दी गई है।- कैलोरी:- 400 किलो कैलोरी
- प्रोटीन:- 8 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट:- 50 ग्राम
- वसा:- 20 ग्राम
- फाइबर:- 5 ग्राम
स्वस्थ बाकरवड़ी के लिए सुझाव।
यदि आप bakarwadi का एक स्वस्थ संस्करण बनाना चाहते हैं, तो इन सुझावों पर विचार करें।- तलने के बजाय बेक करें:- गहरी तलने के बजाय, आप बाकरवड़ी को बेक कर सकते हैं। अपने ओवन को 180°C (350°F) पर प्रीहीट करें और उन्हें लगभग 20-25 मिनट के लिए या सुनहरा भूरा होने तक बेक करें, बीच में उन्हें पलट दें।
- साबुत गेहूं का आटा उपयोग करें:- सभी उद्देश्य वाले आटे के बजाय आधा या पूरा साबुत गेहूं का आटा उपयोग करें, जिससे इसमें अधिक फाइबर और पोषक तत्व मिल सकें।
- कम तेल का उपयोग करें:- आटा गूंथते समय और भरावन में कम तेल का उपयोग करें। इससे बाकरवड़ी कम वसायुक्त और स्वस्थ हो जाएगी।
- कम चीनी का उपयोग करें:- भरावन में चीनी की मात्रा को कम करें या इसे प्राकृतिक स्वीटनर से बदलें।
बाकरवड़ी बनाने के फायदे।
बाकरवड़ी बनाने के कई फायदे हैं, खासकर जब आप इसे घर पर बनाते हैं।- गुणवत्ता नियंत्रण:- आप उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग कर सकते हैं और सुनिश्चित कर सकते हैं कि कोई भी हानिकारक परिरक्षक या कृत्रिम रंग न हो।
- स्वादानुसार समायोजन:- आप अपने स्वाद के अनुसार मसालों और सामग्री की मात्रा को समायोजित कर सकते हैं।
- पारिवारिक गतिविधि:- बाकरवड़ी बनाना एक मजेदार पारिवारिक गतिविधि हो सकती है जिसमें सभी उम्र के लोग शामिल हो सकते हैं।
निष्कर्ष।
bakarwadi एक स्वादिष्ट और चटपटा नाश्ता है जिसे घर पर बनाना बेहद सरल है। इसके विभिन्न संस्करण और स्वास्थ्य लाभ इसे एक आदर्श नाश्ता बनाते हैं। अब जब आपने जान लिया है कि बाकरवड़ी कैसे बनाई जाती है, तो इसे अपने किचन में जरूर आजमाएं और अपने परिवार और दोस्तों को भी इसका आनंद लेने दें।बाकरवड़ी बनाना न केवल एक कला है, बल्कि इसे बनाने का आनंद भी अविस्मरणीय है।
उत्तर:- बाकरवड़ी एक लोकप्रिय नाश्ता है जो महाराष्ट्र और गुजरात में विशेष रूप से प्रसिद्ध है। यह मैदा और बेसन के आटे से बनी होती है, जिसमें मसालेदार भरावन होता है। इसे रोल करके टुकड़ों में काटकर तला जाता है, जिससे यह कुरकुरी और स्वादिष्ट होती है।
प्रश्न 2: बाकरवड़ी बनाने के लिए किन सामग्रियों की आवश्यकता होती है?
उत्तर:- बाकरवड़ी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री हैं।
- मैदा
- बेसन
- हल्दी पाउडर
- नमक
- तेल (आटे के लिए)
- कद्दूकस किया हुआ नारियल
- तिल
- खसखस
- धनिया पाउडर
- जीरा पाउडर
- सौंफ के बीज
- लाल मिर्च पाउडर
- गरम मसाला
- चीनी
- इमली का गूदा
- तेल (भरावन के लिए)
- तलने के लिए तेल
प्रश्न 3: बाकरवड़ी को कुरकुरी कैसे बनाएं?
उत्तर:- बाकरवड़ी को कुरकुरी बनाने के लिए निम्नलिखित सुझाव अपनाएं:आटे को ठीक से गूंथें और बेलते समय पतला बेलें।
भरावन को हल्का रखें, जिससे रोल आसानी से बने।
तलते समय मध्यम आंच पर तलें ताकि बाकरवड़ी अंदर तक अच्छी तरह पक जाए और बाहर से कुरकुरी बने।
भरावन को हल्का रखें, जिससे रोल आसानी से बने।
तलते समय मध्यम आंच पर तलें ताकि बाकरवड़ी अंदर तक अच्छी तरह पक जाए और बाहर से कुरकुरी बने।
प्रश्न 4: बाकरवड़ी को कैसे स्टोर करें?
उत्तर:- बाकरवड़ी को ठंडा होने के बाद एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें। इसे किसी सूखी और ठंडी जगह पर रखें ताकि यह लंबे समय तक ताजा बनी रहे।
प्रश्न 5: क्या बाकरवड़ी को बेक किया जा सकता है?
उत्तर:- हाँ, बाकरवड़ी को बेक भी किया जा सकता है। इसे बेक करने के लिए, ओवन को 180°C (350°F) पर प्रीहीट करें और बाकरवड़ी को 20-25 मिनट तक बेक करें, बीच में एक बार पलटें।
प्रश्न 6: बाकरवड़ी के विभिन्न संस्करण क्या हैं?
उत्तर:- बाकरवड़ी के कई संस्करण हैं, जैसे_
- मेथी बाकरवड़ी:- सूखी मेथी की पत्तियों के साथ।
- पनीर बाकरवड़ी:- कद्दूकस किए हुए पनीर के साथ।
- नट्स बाकरवड़ी:- काजू, बादाम और पिस्ता के साथ।
प्रश्न 7: क्या बाकरवड़ी स्वस्थ है?
उत्तर:- बाकरवड़ी को स्वस्थ बनाने के लिए कुछ सुझाव अपनाए जा सकते हैं, जैसे कि इसे बेक करना, साबुत गेहूं का आटा उपयोग करना, कम तेल और चीनी का उपयोग करना। इससे यह एक पौष्टिक नाश्ता बन सकती है।
प्रश्न 8: बाकरवड़ी के साथ क्या परोसा जा सकता है?
उत्तर:- बाकरवड़ी को विभिन्न तरीकों से परोसा जा सकता है, जैसे_
- चाय के साथ
- हरी चटनी या इमली की चटनी के साथ
- ठंडी दही के साथ
प्रश्न 9: बाकरवड़ी का इतिहास क्या है?
उत्तर:- बाकरवड़ी का इतिहास भारतीय व्यंजनों में गहरा है। यह महाराष्ट्र और गुजरात में विशेष रूप से लोकप्रिय है। इसे पहली बार पुणे की प्रसिद्ध दुकान "चितले बंधु मिठाईवाले" ने लोकप्रिय बनाया, और तब से यह एक पसंदीदा नाश्ता बन गया है।
प्रश्न 10: बाकरवड़ी के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं?
उत्तर:- बाकरवड़ी में उपयोग किए जाने वाले सामग्री जैसे कि नारियल, तिल और खसखस के कारण यह फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होती है। इसके अलावा, इसमें मौजूद मसाले और इमली का गूदा एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होते हैं।